The diary shows the date to be 26/05/96, when i was going in class XI. As can be seen it was like warmup exercise.
ऐ मेरे मन तू कविता कर
साधारण ही सही पर रचना कर
वह रचना जो दिल में बस जाए
तू उसे भूलना चाहे पर भूल ना पाए
ऐ मेरे मन तू कविता कर
साधारण ही सही पर रचना कर
वह रचना जो दिल में बस जाए
तू उसे भूलना चाहे पर भूल ना पाए
वह जो ह्रदय का उदगार हो
बेतुकी ही सही पर अपने को उससे प्यार हो
आगे भी लिख सकता हूँ मगर
ऐ मेरे मन अब बाद में कभी तू कविता कर...
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